श्रीनगर में बोले गृहमंत्री, 'हुर्रियत का इंसानियत और कश्मीरियत से नाता नहीं'
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गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि अलगाववादियों का इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत पर भरोसा नहीं है।
श्रीनगर, (जेएनएन)। दो दिवसीय श्रीनगर दौरे पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज प्रेस वार्ता कर अलगाववादियों को खरी-खरी सुनाई। राजनाथ ने कहा कि कल प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अलगाववादियों से मिलने गए थे। लेकिन, उन्होंने बातचीत से साफ इनकार कर दिया। इससे साफ होता है कि अलगाववादियों का इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत पर विश्वास नहीं है। राजनाथ ने ये भी कहा कि बातचीत के लिए हमारे दरवाजे ही नहीं रोशनदान भी खुले हैं।
‘जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा’
राजनाथ ने दो टुक कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ‘इसमें कोई दो राय नहीं कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। हम राज्य में शांति बहाली के लिए सरकार का पूरा सहयोग कर रहे हैं।’
राजनाथ सिंह ने बताया किया विशेषज्ञ समिति ने पेलेट गन की बजाय पावा शेल्स का इस्तेमाल का सुझाव दिया है।
जम्मू रवाना होगा प्रतिनिधिमंडल
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे का आज अंतिम दिन है। 26 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल श्रीनगर से जम्मू रवाना हो जाएगा। जम्मू में यह प्रतिनिधिमंडल कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों से बात करेगा।
सभी पक्षों से बिना शर्त वार्ता हो: महबूबा
रविवार को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल श्रीनगर के एसकेआइसीसी पहुंचा। मुलाकातों के दौर की शुरुआत मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में राज्य मंत्रिमंडल और केंद्रीय दल की बैठक से हुई। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कश्मीर समस्या का बातचीत के जरिये समाधान निकालने और इसके लिए एक संस्थागत तंत्र तैयार करने पर जोर दिया। राज्य के वित्तमंत्री डॉ. हसीब द्राबु ने पैलेट गन बंद करने और राज्य के लिए विकास राशि जारी करने पर जोर दिया।
श्रीनगर: महबूबा मुफ्ती के साथ सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक खत्म
उमर अबदुल्ला भी रहे मौजूद
उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कांफ्रेंस ने आंतरिक स्वायत्तता, अलगाववादी खेमे से बातचीत को ही कश्मीर समस्या का हल बताया। जबकि अवामी इत्तेहाद पार्टी के चेयरमैन इंजीनियर रशीद ने जनमत संग्रह की बात की।
सांसदों से नहीं मिले अलगाववादी नेता
रविवार को जयदू नेता शरद यादव समेत पांच विपक्षी सांसद अलगाववादी नेताओं से मुलाकात करने पहुंच गए।शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआइसीसी) में मुख्यधारा के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद शाम साढ़े चार बजे माकपा के सीता राम येचुरी, एआइएआइएम के असदुद्दीन ओवैसी, जदयू के शरद यादव, राजद के राजनारायाण यादव, भाकपा के डी राजा और उत्तरी कश्मीर से पीडीपी के राज्यसभा सदस्य फैयाज बट प्रतिनिधिमंडल के बाकी सदस्यों से अलग होकर अलगाववादियों से मिलने निकल पड़े। लेकिन सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और यासीन मलिक ने मिलने से इन्कार कर दिया।
शोपियां में भड़की हिंसा
रविवार को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के कश्मीर दौरे से पहले शोपियां जिले में जमकर बवाल हुआ। प्रदर्शनकारियों ने ज़िला प्रशासन के कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने लाठी-चार्ज की और आंसू गैस छोड़े। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए।
हिंसा में 74 लोगों की मौत
हिज्बुल आंतकी बुरहान वानी की मौत के बाद भड़की हिंसा में अब तक 74 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। वहीं घाटी के कई हिस्सों में करीब 2 महीनों से कर्फ्यू लगा हुआ है।
कश्मीरः अलगाववादी नेताअों ने विपक्षी सांसदों से मिलने से किया इनकार
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