शिक्षा के छेत्र में सफलता के 5 महत्वपूर्ण तत्व

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हर एक छात्र अपनी ज़िन्दगी में कामियाब होना चाहता है परन्तु बहुत से लोगों को ये पता नही होता की कामियाबी है क्या ?

इसके अतिरिक्त और बहुत सारी चीज़ें ऐसी है जो कामियाब होने के लिये बेहद जरूरी है पर ज्यादा लोगों को इनके बारे में पता नही होता | उन्हें ये समझ नही आता कि सही में हमको कामियाब होने के लिए क्या करना होगा |

अक्सर हम लोग किसी कामियाब हस्ती की जीवनी पढ़ लेते है और सोचते है की हमको भी कामियाब होने के लिये यही चीज़ें करनी चाहिए जो इन्होंने किया है | पर असल में ऐसा कभी नही करना चाहिए क्योंकि, हो सकता है की जो सारी काबिलयत उस कामियाब व्यक्ति में हो वो हम में न हों | हर व्यक्ति के अंदर अलग तरह का गुण होता है और जिसके बारे में जानना बहुत ही ज़रूरी है |

इस लेख में हम उन तत्वों के बारे में बात करेंगे जो हमको एक कामियाब व्यक्ति बनाने में काफी सहायक होंगी

1. कुछ करने की चाह खुद में होनी चाहिए न की किसी के दबाव के कारण :

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कई बार ऐसा होता है की हम अपने दोस्तों / माता – पिता या किसी रिश्तेदार के दबाव में पढाई करते है और फिर  इंजीनियर / आ.ई.एस. / डाक्टर इत्यादि बनना चाहते है | और ऐसा करने से हम नाकामियाब हो जाते है  आप को वही करना चाहिए जिसमे आपका मन लगता हो कयोंकि ऐसे बहुत सारे सफल व्यक्ति है जिन्होंने वही किया जिसमे उनका मन लगता था और जब आप ऐसा करेंगे तो आप उसको करने के लिए जो बल लगेंगे वो अन्दर से लगेगा और फिर कमियाबी आपके कदम ज़रूरी चूमेगी |
इसके विपरीत जब आप बल बहार से लगते है आपके ऊपर लगाया जाता है तो उसका रिजल्ट नेगेटिव ही आता है |

इस सम्बन्ध में एक उदहरण माफ़ी फिट होता है की “यदि आप बल बहरा से लगते है तो जन चली जाती है परन्तु वही बल जब अंडे में पड़ा हुआ चूज़ा जब अन्दर से लगता है तो एक जीवन का जनम होता है’’

इससे निष्कर्ष निकलता है की हमको हमेशा अपने टैलेंट को पहचानना होगा और उस पर ही फोकस करना होगा |

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2. अपने मस्तिष्क पर पूरा भरोसा रखें:

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ये हम सब जानते है की हम इन्सान अशरफुल मख्लुकात हैं जिसका मतलब ये है की ईश्वर ने जितने भी किस्म की स्पीशीज बनाई है हम लोग सबसे बेस्ट है और इसका कारण ये है की हम लोगों को एक लॉजिकल दिमाग मिला है जिसके कारण हम कोई भी फैसला लेने से पहले उस पर पूरी तरह से सोच और विचार कर पाते है जबकि बाकि जानवरों में ये गुण नही मिलता है | अगर हम अपने दिमाग को युद्ध जैसे हालत में मैनेज कर सकते है तो हम किसी भी हालात का सामना कर सकते है | आप हमेशा अपने फोकस को वरीयता दें और 100 प्रतिशत उस पर ही कंसन्ट्रेट होकर काम करें |

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3. हेमशा एक टीम की तरह काम करें

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अक्सर हमारे दिमाग में ये बात आती है की छात्रों के लिए ये बात कैसे ठीक होगी की वो टीम की तरह काम करें | ये बात अधिकतर ऑफिस में काम करने वालों के लिए ज्यादा ठीक है | हम यहाँ पर इस बात को बताने की कोशिश करेंगे की छात्र भी इस तरीके को अपना कर अपने करियर में काफी अच्छा कर सकते हैं |  अगर अपने क्लास में आप एक ग्रुप बनाकर पढाई करें तो ये काफी लाभदायक होगा | इतने बड़े सिलेबस को आसानी से कवर कर सकते है | छात्र अलग अलग टॉपिक को आपस में बाँट ले और फिर जो कुछ भी एग्जाम के लेवल पे सब ने तैयार किया है आपस में शेयर करें और एक दुसरे के साथ प्रश्न भी पूछें जिससे ये क्लियर होग की टीम का हर एक मेम्बर ठीक तरीके से कम कर रहा है या नही | अगले डिस्कशन के लिए आपस में उन्ही टॉपिक्स को एक्सचेंज करे जिससे हर किसी की टॉपिक्स पे अच्छी पकड़ हो जाये |
इस तरह के स्टडी का तरीका अधिकतर इंजीनियरिंग कॉलेजों में अपनाया जाता है मगर स्कूल लेवल पे ये तरीका बहुत कम प्रयोग होता है |

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4. साहसिक बने :

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अगर आप कोई काम कर रहे है और उसको अपने लीडर के सामने दिखने का साहस आपमें नही है तो बहुत अच्छा काम करने के बाद भी आपको आपके काम का फल नही मिलेगा | इस तरह की समस्याएं बहुत ही ज्यादा मिलती है खास तौर पे उन लोगों में जो ऑफिस में काम करते है |
छात्रों के लेवल पे भी कई बार इस तरह की समस्याए आती है जो खास तौर पे जब वो अपना स्कूल लेवल का प्रोजेक्ट टीम के साथ मिलकर करते है |
अगर आप साहसी है तो कोई भी आपका किया हुआ कम ना तो छुपा सकता है और ना ही उसका क्रेडिट खुद ले सकता है | आज के इस ज़माने में आप को अपना हक़ छीनना पड़ता हैं क्यूकी, मांगने से कुछ नहीं मिलता |

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5. मैडिटेशन करे:

आज कल के शोर, प्रदूषण और तनाव के माहौल के चलते व्यक्ति निरर्थक मानसिक थकान का अनुभव करता रहता है जिसकी वजह से दिये गये काम को व्यक्ति ध्यानपूर्वक नहीं कर पाते |
ध्यान लगाने से तनाव के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है। निरंतर ध्यान का अभ्यास करने से आपको मानसिक शांति की प्राप्ति होती है | रोज सुबह ध्यान लगाने से शारीरिक विकास होता है, जोकि किसी भी प्रकार की बीमारी से लड़ने में महत्वपूर्ण है। ध्यान से मानसिक
स्थिरता बढ़ती है। यह स्थिरता किसी भी काम को ध्यानपूर्वक करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।

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Highlights

  • Citing safety concerns, non-Kashmiri students demand
  • They are also calling for action against cops who lathicharged students
  • NIT campus has been tense since students clashed over Indias T20 defeat

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