बारामूला में आर्मी कैंप पर आत्मघाती हमला, BSF का जवान शहीद; दो आतंकी ढेर

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बारामूला में सेना के कैंप पर आतंकी हमला नाकाम, दो फिदायीन मारे गए; एक जवान शहीद

उत्तरी कश्मीर के बारामूला में राष्ट्रीय रायफल्स के कैंप पर आतंकी हमला हुआ है। हमले में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया है जबकि दो आतंकी मारे गए हैं।

श्रीनगर, (जेएनएन)। 29 सितंबर की रात को पाकिस्तान मे हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद रविवार रात साढ़े दस बजे उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकियों ने राष्ट्रीय रायफल्स के कैंप पर एक फिदायीन हमला किया। यह फिदायीन हमला दो तरफ से किया गया। एक हमला नदी के रास्ते से कैंप के पीछे किया गया जबकि दूसारा हमला मेन गेट से अंदर घूसने के लिए किया गया।

हालांकि बीएसएफ और सेना के मुस्तैद जवानों ने जवाबी कार्रवाई में दो आतंकियों को ढेर कर दिया। हालंकि इस मुठभेड़ में बीएसएफ का एक जवान भी शहीद हो गया। इस हमले की खबर मिलते ही एनएसए अजित डोभाल ने घटनास्थल से हमले की जानकारी ली और राजनाथ को इसकी सूचना दी।

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रात साढ़े दस बजे हुए हमले के बाद करीब 12.30 बजे तक गोलीबारी होती रही। इसके बाद 15 मिनट के लिए गोलीबारी रुकी लेकिन थोड़ी देर बाद फिर गोलीबारी की आवाजें आई। हालांकि, अभी यह तय नहीं हो पाया हो पाया कि यह गोलीबारी किसकी तरफ से हुई। क्योंकि, सेना के सर्च ऑपरेशन के दौरान भी ऐसी फायरिंग होती रहती है। इस हमले के बाद सेना और बीएसएफ के जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है। अभी तक आतंकियों के शव बरामद नहीं हुए हैं।

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सुरक्षा एजेंसियों के पास थी हमले की जानकारी

सुरक्षा एजेंसियों के पास इस बात की पुख्ता जानकारी थी कि आतंकवादियों के जम्मू कश्मीर में मौजूद स्लीपर सेल कई सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले कर सकते हैं। जिनमें बारामूला भी शामिल था। इस वजह से वहां पर सावधानियां बरती जा रही थी यही कारण है कि फिदायीन हमलावर सेना के कैंप के अंदर घूस नहीं पाए और बड़ा नुकसान नहीं कर पाए।

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मालूम हो कि आतंकियों ने इस साल कई बड़े हमले किए हैं। पहला हमला 2 जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर हुआ था। इस हमले में सात जवान शहीद हुए थे। इसके बाद दूसरा बड़ा हमला 18 सितंबर की रात को उड़ी में हुआ था। जिसमें कैंप पर सो रहे फिदायीनों ने हमला कर दिया था इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद 29 सितंबर को भारतीय सेना के घातक कमांडो ने आतंकियों चार लांचिंग पैड पर हमला कर लगभग 50 आतंकियों को मार गिराया था। यह हमला नौगाम सेक्टर, नांगी टेकरी पर किया गया। इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही यह आशंका जताई जा रही थी कि पाकिस्तान में बैठे दहशतगर्द कश्मीर में अपने स्लीपर सेल पर सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले का दबाव बना रहे थे।

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कमरे में छिपे दो आतंकी!

राष्ट्रीय राइफल्स के इस शिविर में चारदीवारी के पास ही बंकरनुमा एक कमरे में दो आतंकियों के छिपे होने की खबर है। कमरे से ही गोलीबारी की आवाजें आ रही हैं। इस कमरे को सेना ने चारों ओर से घेर लिया है। सेना इस कमरे को ग्रेनेड से भी उड़ा सकती है।

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