बाबरी ढांचे पर राव सरकार ने घातक गलती की थी : चिदंबरम
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पी. चिदंबरम ने कहा है कि विवादित बाबरी मस्जिद ढांचे को केंद्र के नियंत्रण में न लेकर तत्कालीन नरसिम्हा राव सरकार ने घातक राजनीतिक गलती की थी।
मुंबई, प्रेट्र। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि विवादित बाबरी मस्जिद ढांचे को केंद्र के नियंत्रण में न लेकर तत्कालीन नरसिम्हा राव सरकार ने घातक राजनीतिक गलती की थी। जबकि उनके पास इस बात के पहले से सुबूत थे कि ढांचे पर खतरा मंडरा रहा है।
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने रविवार को कहा कि राव के इसी गलत निर्णय से इतनी बड़ी घटना हुई। वह इस घटना को केवल फैसला लेने में हुई गलती नहीं मानते हैं। इसी के बाद प्रधानमंत्री राव ने अपना विश्वास गंवा दिया और पार्टी में भी अपनी छवि खराब कर ली थी।
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‘द फारगाटन हीरो’ पर परिचर्चा के दौरान चिदंबरम ने कहा कि बहुत से लोगों ने नरसिम्हा राव को आगाह किया था कि मस्जिद खतरे में है। तब हमारी सरकार ने यह बयान जारी किया था कि मस्जिद तोड़े जाने के लिए किसी भी सूरत में किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो सेना और अर्द्धसैनिक बल बुला लिए जाएंगे। चिदंबरम ने आरोप लगाया कि मस्जिद को पहले से ही खतरा था।
कारसेवकों का उसे गिराना कोई अचानक हुई घटना नहीं थी। रामेश्वरम तक से लोग ट्रेन से पत्थर लेकर आ रहे थे। कारसेवकों के लिए पूरी की पूरी ट्रेनें बुक की गई थीं। वहां वर्ष 1987-88 से मौजूद बाबरी मस्जिद पर खतरा असली था।
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