इस काल में तीर्थ यात्रा, देव प्रतिष्ठा, वास्तु पूजन आदि कार्य वर्जित माने गए हैं

[ad_1]

भादौ मास की त्रयोदशी पर 14 सितंबर को गुरु का तारा अस्त होगा। 9 अक्टूबर तक करीब 26 दिन बृहस्पति का अस्तकाल रहेगा।

[ad_2]

CATEGORIES
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus (0 )