इन उपायों से शनिदेव के साथ हनुमानजी भी प्रसन्न होंगे व पूरी होगी कई मनोकामनाएं
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शनि देव को शांत करने के लिए हनुमान जी की अराधना की जाती है तथा कुछ छोटे-छोटे उपाय कर शनि के प्रकोप से मुक्ति पाई जा सकती है।
धर्म में आस्था रखने वाले सभी लोग भगवान हनुमान जी को संकटमोचन मानते हैं वहीं भगवान शनिदेव को गलती की सजा देने वाला माना जाता है। इन दोनों ही देवताओं का भगवान शिव के साथ गहरा संबंध है। शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी को ग्यारवां रूद्र माना जाता है और शनिदेव भगवान शंकर के परम भक्त और चेले भी हैं। भगवान शंकर ने ही शनि देव को संसार का न्यायाधिश होने का कार्य दिया है परंतु न्याय करते समय शनि देव व्यक्ति के कर्म अनुसार उससे अत्यधिक पीड़ित कर देते हैं।
हर किसी को अपने जीवन में किसी न किसी तरह बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है । इन समस्याओं से आपको निजात भगवान हनुमान और शनि देव दिलाते है क्योंकि इनकी साधना अति सरल एवं सुगम है चूंकि वह बाल ब्रह्मचारी थे इसलिए इनकी साधनाओं में ब्रह्मचारी व्रत अवश्य लेना चाहिए। साथ ही शनिदेव की पूजा करना बहुत ही आसान है।
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार माना जाता है कि मंगलवार के दिन ही हनुमानजी का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन विशेष उपाय करने से हनुमानजी शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान हनुमान की पूजा करते समय हमे इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब हम उनकी पूजा करें तो सच्चे मन और पूरा श्रृद्धा, पवित्रता के साथ करें।
जानिए ऐसे कौन से उपाय करना चाहिए हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए। जिससे आप हर समस्या से निजात पा सकते है। इन उपायों को आप शनिवार व मंगलवार दोनों दिन कर सकती है। इन दोनों दिनों में शनि और हनुमान देवताओं की भक्ति के विशेष दिन माने गए हैं। इस दिन यह उपाय करने से दोनों ही देवताओं की कृपा आप पर बनी रहेगी।
शनिवार और मंगलवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें नवग्रह मंदिर में शनि व श्रीहनुमान की जल स्नान व विशेष सामग्रियों से उनकी पूजा करें। यह क्रिया आप शाम को भी कर सकते है।
जब भी आप शनिदेन की पूजा करें तो इस बात का ध्यान रहें कि पूजा करते समय गंध, चावल, फूल, तेल, तिल, काले वस्त्र आदि चढ़ाए और हनुमान को सिंदूर, लाल चंदन, फूल, चावल व लाल वस्त्र चढ़ाएं।
शनिवार के दिन शनिदेव को तिल से बनें हुए व्यंजन और हनुमान जी को गुड से बने व्यंजनों का भोग लगाएं। इससे वह जल्द प्रसनन् होते है। और उनकी कृपा हमेशा आप पर बनी रहेगी।
शनिवार या मंगलवार के दिन शनिदेव और हनुमानजी के पूजा के बाद इन मंत्रों से 108 बार जाप करें
हनुमान मंत्र मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम। वातात्मजं वानरयूथ मुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।।
शनि देव को शांत करने के लिए हनुमान जी की अराधना की जाती है तथा कुछ छोटे-छोटे उपाय कर शनि के प्रकोप से मुक्ति पाई जा सकती है।
साढ़ेेसती में हनुमान जी पर चमेली का तेल चढ़ाने से साढेेसती में राहत मिलती है। 8 बरगद के पत्ते हनुमान जी पर काले धागे में पिरोकर चढ़ाने से शनि बाधा से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी पर लौंग लगा पान का बीड़ा चढ़ाने से शनि द्वारा जनित दुर्भाग्य समाप्त होता है। हनुमान जी पर कागजी बादाम चढ़ाकर आधे बादाम काले कपड़े में बांधकर घर की दक्षिण दिशा में छुपा कर रखने से शनि का कोप शांत हो जाता है।
जिनके घर ये वस्तुएं होती उनके घर में धन और सुख की कमी नहीं होती है
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