आपके खाते से कोई दूसरा नहीं निकाल पाएगा पैसे, जानें इसे सेफ रखने के 7 टिप्स

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आपके खाते से कोई दूसरा नहीं निकाल पाएगा पैसे, जानें इसे सेफ रखने के 7 टिप्स

ऐसे में जागरण डॉट कॉम की बिजनेस टीम आपको अपनी खबर के माध्यम से कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रही हैं जिनके इस्तेमाल से आप अपने एटीएम को सेफ रख पाएंगे।

नई दिल्ली: देश के 32 लाख एटीएम कार्ड की जानकारी चोरी होने से एटीएम का इस्तेमाल करने वाले लोग परेशान हैं। देश के वित्तीय तंत्र में होने वाली इस सेंधमारी से सिर्फ खाता धारक ही नहीं बल्कि उनके खातों को चलाने वाले बैंक कर्मी भी परेशान हैं। जहां एक ओर इस परिस्थिति के बीच बैंक खाताधारकों को परेशान न होने की सलाह दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ देश के केंद्रीय वित्त मंत्रालय और आरबीआई ने बैंकों से उन खातों की विस्तृत जानकारी मांगी है जिनमें सेंधमारी हुई है। ऐसे में जागरण डॉट कॉम की बिजनेस टीम आपको अपनी खबर के माध्यम से कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रही हैं जिनके इस्तेमाल से आप अपने एटीएम को सेफ रख पाएंगे।

कोशिश करें कि अपने बैंक एटीएम से ही निकालें पैसे:

बैंकों के एटीएम कार्ड पर यह अबतक का सबसे बड़ा सायबर हमला है। बैंकों को आशंका है कि दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करने से डेटा चोरी हुआ है। ऐसे में पैसे की निकासी के लिए अन्य बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करने से बचें। इससे एटीएम कार्ड का डेटा चोरी होने की संभावना कम हो जाती है।

फोन गुम होने पर ब्लॉक कराएं अपना कार्ड:

यदि आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो फोन गुम हो जाने पर अपना डेबिट कार्ड ब्लॉक करा देना चाहिए। फोन के खो जाने पर कार्ड का डेटा लीक होने का खतरा पैदा हो जाता है। जिसका आगे चलकर गलत इस्तेमाल हो सकता है। ऐसे में कार्ड को ब्लॉक करा देना सबसे बेहतर विकल्प है।

अलर्ट पर जरूर ध्यान दें:

अलर्ट की सुविधा बहुत महत्वपूर्ण है। इससे यदि कोई अज्ञात गतिविधि हो रही है तो आपको सूचित कर दिया जाता है। यदि ऐसी कोई गतिविधि के बारे में आपके पास अलर्ट आता है तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें। इसके बाद कॉर्ड ब्लॉक कर दें।

डेबिट कार्ड का बदलें पिन:

आपको समय-समय पर अपने एटीएम कार्ड का पिन बदलते रहना चहिए। इसकी मदद से फ्रॉड का जोखिम काफी कम हो जाता है।

बैंक से कार्ड बदलने की करें मांग:

डेटा चोरी होने पर अपने बैंक से डेबिट कार्ड बदलने की मांग करें। आम तौर पर बैंक रिक्वेस्ट स्वीकार करते हुए कार्ड बदल देते हैं। इस तरह फ्रॉड के खतरे को कम कर सकते हैं।

एसएमएस और ई-मेल अलर्ट के लिए रजिस्टर करें:

कार्ड से ट्रांजेक्शरन पर एसएमएस और ई मेल अलर्ट आते हैं तो ठीक है, नहीं तो अलर्ट के लिए रजिस्टलर कराएं। आरबीआई के निर्देशानुसार यह बैंक की जिम्मेदारी है कि वह ग्राहक को एसएमएस और ई-मेल अलर्ट की सुविधा उपलब्ध कराए।

मोबाइल में न करें अपना पिन नंबर सेव:

अधिकांश लोगों को अपना पिन नंबर याद नहीं रहता। इसके लिए वे पिन नंबर मोबाइल में सेव कर लेते हैं। लेकिन यह करना गलत है क्योंकि अगर कोई दूसरा आपका फोन इस्तेमाल करता है तो वह इसका गलत फायदा उठा सकता है और मोबाइल खो जाने की स्थिति में फ्रॉड का खतरा बढ़ जाता है।

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