आज होगा मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार, इन चेहरों को मिल सकता है मौका
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मोदी सरकार के दूसरे विस्तार में लगभग डेढ़ दर्जन नए चेहरे को मौका मिल सकता है, वहीं कुछ मंत्रियों की छुट्टी होने के आसार भी हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपनी सरकार के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार को अमलीजामा पहनाएंगे। राष्ट्रपति भवन में आज सुबह 11 बजे नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। बहुप्रतीक्षित विस्तार में लगभग डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को शपथ दिलाए जाने की तैयारी है। तो मौजूदा मंत्रिमंडल में से कम से कम आधा दर्जन मंत्रियों की छुट्टी भी संभव है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संभावित नए मंत्रियों को बुलाकर उन्हें सरकार में शामिल करने की जानकारी दे दी है। चुनावी लिहाज से अहम उत्तरप्रदेश से महेन्द्र पांडेय और अनुप्रिया पटेल समेत दो से तीन नए मंत्रियों के शपथ लेने की उम्मीद है। उत्तराखंड, राजस्थान समेत उन राज्यों को भी इस विस्तार में तवज्जो मिलने की संभावना है। वहीं मुख्तार अब्बास नकवी और पीयूष गोयल सरीखे चेहरों को प्रमोशन दिए जाने की संभावना भी है।
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सरकार के चार बड़े महकमों गृह, वित्त, विदेश और रक्षा मंत्रालय में किसी फेरबदल की गुंजाइश नहीं है। मगर सूचना और प्रसारण मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली का बोझ कम किया जा सकता है।
चुनावी राज्यों के साधे गए समीकरण
संसद के आगामी मानसून सत्र से पहले हो रहे इस विस्तार को चुनावी राज्यों के लिहाज से खास अहम माना जा रहा है। जाहिर तौर पर इसमें उत्तरप्रदेश पीएम और भाजपा नेतृत्व के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। यूपी के सियासी समीकरणों के लिहाज से महेन्द्र पांडेय और सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया पटेल को विस्तार में जगह दिए जाने की संभावना है। तो शाहजहांपुर के सांसद पासी समुदाय के कृष्णा राज को मंत्रिमंडल में शामिल करने की तैयारी सीधे तौर पर बसपा के कोर वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी है।
ध्यान रहे कि पूर्वाचल बसपा का गढ़ रहा है जहां ब्राह्मण और दलितों के गठजोड़ से बसपा बड़ी शक्ति पाती रही है। नए विस्तार में ओबीसी नेता अनुप्रिया और ब्राह्मण नेता महेंद्र पांडे के जरिए को शामिल कर भाजपा ने बसपा का दांव खाली करने की कोशिश की है। वहीं पश्चिम बंगाल से आने वाले एस एस अहलूवालिया को मंत्रिमंडल में शामिल कर पंजाब को भी संदेश देने की कोशिश है।
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मंत्रिमंडल के इस फेरबदल में नए चेहरों के रुप में राजस्थान के सांसद अर्जुनराम मेघवाल, पीपी चौधरी, उत्तराखंड से अजय टमटा, दिल्ली से ताल्लुक रखने वाले राजस्थान के राज्यसभा सांसद विजय गोयल का भी नाम है। वहीं मध्यप्रदेश से भाजपा प्रवक्ता और वरिष्ठ पत्रकार राज्यसभा सांसद एमजे अकबर, अनिल माधव दवे को मंत्री बनाया जा रहा है। जबकि फग्गन सिंह कुलस्ते का भाग्य भी खुल सकता है।
महाराष्ट्र से सहयोगी आरपीआई के नेता रामदास अठावले को भी जगह मिलने की संभावना है। तो शिवसेना के साथ चल रही खींचतान के बीच उसके एक सांसद अनिल देसाई को भी मंत्री बनाया जा सकता है। थोड़ी खींचतान कैबिनेट मंत्री या राज्यमंत्री को लेकर जारी है। इसकी भी आशंका है कि एक बार फिर से देसाई का भाग्य साथ न दे और वह मंत्री बनते बनते रह जाएं।
पीएम के गृह राज्य गुजरात से पुरुषोत्तम रुपाला को सरकार में जगह मिलेगी। ध्यान रहे कि अगले ही साल गुजरात में भी चुनाव है और रूपाला मजबूत पटेल नेता है। असम से सर्वानंद सोनोवाल की जगह राजेंद्र गोहाई को मंत्री बनाया जा रहा है। मोदी सरकार में इस समय 66 मंत्री हैं और संविधान में तय सीमा के अनुरूप अभी एक दर्जन से ज्यादा यह मंत्री बनाए जा सकते हैं।
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इन सभी संभावित चेहरों से अमित शाह ने सोमवार को अलग-अलग बुलाकर चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि चाय पर हुई इन चर्चाओं में इन्हें हाईकमान ने सरकार में शामिल किए जाने की जानकारी दी। राष्ट्रपति भवन ने भी मंगलवार 11 बजे सुबह शपथ ग्रहण समारोह आयोजन की पुष्टि कर दी है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और वित्तमंत्री अरुण जेटली के साथ कैबिनेट में फेरबदल को लेकर लंबी चर्चा की थी।
इस विस्तार में हालांकि लगभग आधा दर्जन मंत्रियों को हटाया भी जा सकता है। आगरा से जीतकर आने वाले रमाशंकर कठेरिया को वापस संगठन में भेजा जा सकता है तो राजस्थान और गुजरात से आने वाले कुछ मंत्री हटाए जा सकते हैं। उनसे संगठन में सेवाएं ली जाएंगी।
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